नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को आधार का ब्योरा देकर तत्काल ऑनलाइन स्थायी खाता संख्या (Pan Card) पैन नंबर जारी करने की सेवा की शुरुआत की। बजट 2020-21 में आधार के ब्योरे के जरिये तत्काल ऑनलाइन पैन जारी करने की प्रणाली शुरू करने का प्रस्ताव किया गया था। इसमें विस्तृत आवेदन फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होगी। इसके पीछे उद्देश्य पैन आवंटन की प्रक्रिया को सुगम बनाना है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने कहा कि वित्त मंत्री ने गुरुवार को औपचारिक तौर पर इस सेवा का शुभारंभ किया। बयान के मुताबिक ई-पैन 10 मिनट में जारी हो रहा है। सीबीडीटी ने कहा कि यह सुविधा उन पैन आवेदकों को उपलब्ध होगी जिनके पास वैध आधार नंबर है और उनका मोबाइल नंबर आधार के साथ जुड़ा है। आवंटन की प्रक्रिया दस्तावेज रहित होगी और आवेदको को इलेक्ट्रॉनिक पैन नि:शुल्क जारी किया जाएगा। परीक्षण के आधार पर तत्काल पैन आवंटन के बीटा संस्करण की शुरुआत 12 फरवरी, 2020 को आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर हुई थी।
अगर आपके पास आधार है और UIDAI के डाटाबेस में आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड है तो आपका पैन कार्ड झटपट बन जाएगा। Pan Card बनवाने की इस प्रक्रिया की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें वक्त नहीं लगता और यह सुविधा मुफ्त में मिल रही है। इस प्रक्रिया ये प्राप्त पैन कार्ड को e-PAN नाम दिया गया है।
झटपट बन जाएगा Pan Card
e-PAN के लिए आवेदक को इनकम टैक्स विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाना होगा। वहां उन्हें अपना आधार नंबर डालना होगा जिसके बाद उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। सफलतापूर्वक यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद 15 अंकों का एक एक्नॉलेजमेंट नंबर मिलेगा। इसके जरिये आप अपने Pan Card के आवेदन की स्थिति देख सकते हैं। पैन आवंटित होने के बाद आप उसे डाउनलोड भी कर सकते हैं। CBDT के अनुसार, आवंटित होने के बाद पैन आवेदक को ईमेल के जरिये भी भेजा जाएगा।